Tuesday, February 24, 2009

बाय बाय मनमाड

श्री साईं का आशीर्वाद जिसपर होता है वो कुछ ना होकर भी सबकुछ हो जाता है। श्री साईं की लीलास्थली शिर्डी गाव से सिर्फ़ सोलह किलोमीटर दूर होने के बावजूद कोपरगाव रेलवे स्टेशन की जगह श्री साईं तक पहुँचने के लिए साईंभक्तो ने 108 सालो तक शिर्डी से 65 किलोमीटर दूर स्थित मनमाड रेलवे स्टेशन का इस्तेमाल किया। मनमाड जिसे कोई जानता भी ना था और वहां कोई बहुत पुन्यवान संत भी नहीं गया। यहाँ तक की सर्वत्र में व्याप्त श्री साईनाथ स्वयं भी कभी मनमाड रेलवे स्टेशन गए हों ऐसा मैंने तो नहीं पढ़ा।
आप सोच रहे होंगे की आज अचानक मुझे मनमाड रेलवे स्टेशन क्यूँ याद आ रहा है। इसकी वजह यही है की मनमाड अब सिर्फ़ यादो में रह जाने वाला है। शिर्डी का अपना रेलवे स्टेशन अब बनकर तैयार है और इस महीने के आख़िर तक साईंनगर शिर्डी नाम के इस रेलवे स्टेशन का शुभारम्भ होने की उम्मीद है। सभी साईं भक्त अब सीधे शिर्डी रेलवे स्टेशन पर आने का सपना देख रहे हैं। अपनी शिर्डी यात्रा में मुझे सौभाग्य मिला की मैं श्री साईं के सबसे नज़दीक पहुँचने वाली ट्रेन के इस स्टेशन को देखू। सभी साईं भक्तो के लिए मैं इस रेलवे स्टेशन का विडियो अपने ब्लॉग पर दे रहा हूँ।




सभी साईं भक्तो की तमन्ना अब इस रेलवे स्टेशन के शुरू होने बाद पूरी हो जायेगी मगर एक दिन शायद मनमाड स्टेशन को सब भूल जायेंगे।


मनमाड स्टेशन ने 108 सालो तक साईं भक्तो की सेवा की है। मनमाड ने देखा है बाबा के बहुत से वचनों को सत्य होते हुए। इनमे से एक वचन था की 'एक दिन मेरे भक्त यहाँ चीटियों की भाँती आयंगे।' मनमाड ने देखा की जब भीड़ बहुत ज्यादा होती है तब कैसे साईं भक्त एक दूसरे का हाथ थाम कर पुल की सीढिया चढ़ते हैं। मनमाड ने देखा है की स्टेशन मास्टर के माथे पर कैसे पसीना आता है जब हजारो की भीड़ को प्लेटफार्म पर नियंत्रित करना होता है। मनमाड देखा है कैसे ऑटो और टैक्सी वाले यहाँ रुकने वाली हर एक ट्रेन को आशा की नज़र से देखते हैं और ग्राहक मिलने के बाद साईबाबा को धन्यवाद करते हैं। मनमाड ने देखा है कैसे लोग यहाँ गाड़ी का टाइम होने से दो-दो घंटे पहले आते हैं और स्टेशन के सामने वाले ढाबो में नाश्ता करते हैं। मनमाड ने देखा है की यहाँ से अपने शहर को जाने वाले कितनी मायूसी से इस स्टेशन को देखते हैं और साईं से प्रार्थना करते हैं की बाबा हमे फिर इस स्टेशन पर लाना क्यूंकि यही तो रास्ता है तुम्हारी शिर्डी तक पहुँचने का। मनमाड ने देखा है कैसे यहाँ से गुजरने वाली गाडियों से लोग उतरते हैं और स्टेशन के प्लेटफार्म को छूकर बाबा से आशीर्वाद मांगते हैं की अगली बार हमारी यात्रा बस यहीं तक हो। मनमाड स्टेशन, जो 108 साल बाद अब लगभग खाली रहा करेगा। जिस मनमाड स्टेशन पर उतर कर लोग शिर्डी की यात्रा शुरू करते थे अब उसी मनमाड पर गाड़ी रुकने को वक़्त की बर्बादी कहा करेंगे। मनमाड स्थान साईं लीला में सदा के लिए अमर हो जायेगा मगर शायद साईं भक्त इस स्टेशन को अब भूल जायेंगे।


प्यारे मनमाड, मैं तुम्हे हमेशा याद रखूँगा और दुआ करूँगा की मनमाड की जो गरिमा और आवश्यकता आज तक रही है वो सदा साईं भक्तो के मन में ताज़ा रहे। जिस तरह शिर्डी में खंडोबा मन्दिर, शनि-हनुमान-शिव मन्दिर, चावडी, द्वारकामाई, और लेंडी बाग़ बाबा की लीला में अमर हैं मनमाड रेलवे स्टेशन भी उसी तरह साईंलीला का एक अमर हिस्सा बन गया है। -जय साईं


समाचार : २८ फरवरी २००९ को श्री साईं भक्तो की सुविधा के लिए रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने 'साईंनगर शिर्डी' नाम के इस स्टेशन का शुभारम्भ किया और शिर्डी - मुंबई पहली रेल को झंडी दिखाकर रवाना किया। शिर्डी स्टेशन का उद्घाटन करने से पहले श्री यादव ने समाधि मन्दिर में बाबा के आगे पूजा की और आगामी चुनावों के लिए आशीर्वाद माँगा। सभी साईं प्रेमी भक्तो के लिए ये तस्वीर प्रस्तुत है।


2 comments:

  1. म श्री एडम्स केविन, Aiico बीमा ऋण ऋण कम्पनी को एक प्रतिनिधि हुँ तपाईं व्यापार को लागि व्यक्तिगत ऋण चाहिन्छ? तुरुन्तै आफ्नो ऋण स्थानान्तरण दस्तावेज संग अगाडी बढन adams.credi@gmail.com: हामी तपाईं रुचि हो भने यो इमेल मा हामीलाई सम्पर्क, 3% ब्याज दर मा ऋण दिन

    ReplyDelete